पाकिस्तान से विपक्ष का रिश्ता क्या कहलाता है: शाह
नई दिल्ली दिल्ली विधानसभा चुनावों में पाकिस्तान के इंट्रेस्ट लेने की बात सामने आते ही बीजेपी को विपक्षियों पर हमला बोलने की एक और नई वजह मिल गई है। पाकिस्तान के मंत्री चौधरी फवाद हुसैन के द्वारा 8 फरवरी को होने वाले दिल्ली के विधानसभा चुनावों में बीजेपी और नरेंद्र मोदी को हराने की अपील किए जाने के बाद बीजेपी ने विपक्षियों पर हमले और तेज कर दिए हैं। शुक्रवार को चुनावी जनसभाओं में केंद्रीय गृह मंत्री ने भी पूछा कि पाकिस्तान के साथ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का क्या रिश्ता है? शकूर बस्ती की जनसभा में अमित शाह ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा, 'देशभर ने इन दोनों घटनाओं के कारण गौरव का अनुभव किया, मगर वोट बैंक के तुष्टिकरण वाली टोली सबूत मांगती है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते हैं, तो ये लोग भी सबूत मांगते हैं। वो कश्मीर से धारा-370 हटाने का विरोध करते हैं, तो ये लोग भी विरोध करते हैं। वो राम मंदिर के निर्माण और नागरिकता संशोधन कानून पर सवाल उठाते हैं, तो ये लोग भी सवाल करने लगते हैं।' को बना दिया वोट बैंक उन्होंने कहा, 'मुझे तो समझ में नहीं आता कि इमरान खान, राहुल गांधी और केजरीवाल के बीच रिश्ता क्या है। शाह ने कहा कि असल में ये लोग (अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी) अपनी वोट बैंक की राजनीति के कारण सबूत मांग रहे थे।' शाह पिछले कुछ दिनों से लगातार शाहीन बाग के मुद्दे को वोट बैंक से जोड़ते हुए हर सभा में लोगों से पूछ रहे हैं कि क्या आप लोग उनके वोट बैंक हैं? इस पर लोग जवाब दे रहे हैं- नहीं। फिर शाह पूछते हैं कि फिर उनका वोट बैंक कौन है? तो जवाब में लोग जोर से कहते हैं- शाहीन बाग। एक तरह से शाह ने शाहीन बाग को एक तरह से समुदाय विशेष के वोट बैंक के रूप में तब्दील कर दिया है या उसका उदाहरण बना दिया है। इसे वोटों के ध्रुवीकरण की उनकी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। पीछे छूटे दिल्ली के स्थानीय मुद्दे शाह पहले ही इस चुनाव को दिल्ली और देश की सुरक्षा से जोड़कर लोकल मुद्दों को पीछे छोड़ चुके हैं। शुक्रवार को भी अपनी सभाओं में उन्होंने कहा कि ये दो विचारधाराओं के बीच का चुनाव है। मोदी जी विकास तो करेंगे ही, दिल्ली और देश को सुरक्षित रखने का काम भी करेंगे। शाह ने अपनी सभाओं में नंबर वाले लॉकिंग सिस्टम का जिक्र करते हुए कहा कि दिल्ली वालों, आपने एक गलती कर दी है। मैं आपको बताता हूं, वो गलती क्या है। एक बैग आता है, तीन नंबर वाला। उस बैग का ताला तभी खुलता है, जब वो तीनों नंबर मैच करते हैं। आप लोगों ने केंद्र में तो एक नंबर कर दिया, कॉरपोरेशन में भी एक नंबर कर दिया, लेकिन बीच में राज्य सरकार में जीरो नंबर कर दिया, इसलिए दिल्ली के विकास का ताला नहीं खुल रहा है। आप दिल्ली में भी एक नंबर मोदी जी वाला कर दो, विकास का ताला अपने आप खुल जाएगा।
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